केंद्रीय मंत्री बैचेनी से उभारेेंगे प्रमोटी आईएएस को
जुबेर कुरैशी
नारायण नारायण ... हे प्रभु जगन्नाथम प्रणाम स्वीकार करें .. आगे समाचार यह है कि मध्य प्रदेश के पूूर्व मुख्य सचिव के दत्तक पुत्र के रुप में प्रख्यात एक प्रमोटी आईएएस अफसर की परेशानियां जल्द समाप्त होने वाली हैं ... इन प्रमोटी अफसर की परेशानियों का खत्म करने का बीड़ा उठाया है नए नए केंद्रीय मंत्री जी ने... प्रशासनिक गलियारों मे सुनाई दे रहा है कि केंद्रीय मंत्री जी जल्द ही प्रमोटी आईएएस अफसर को अपने साथ दिल्ली ले जाने वाले हैं...दरअसल प्रभु यह वही प्रमोटी अफसर है जिनकी मध्य प्रदेश की पिछली सरकार में तूती बोलती थी. लेकिन नई सरकार में उन्हें वह तवज्जो नहीं मिल रही है। नई सरकार ने आते ही सबसे पहले इन प्रमोटी आईएएस अफसर के कद को कम करने का काम किया। कद कम होने से पिछले कुछ समय से यह आईएएस अधिकारी बैचेनी से समय काट रहे है...
कलेक्टर सुसराल में एसपी पड़ोसी जिले में
तो प्रभु अगला समाचार आरएसएस के पास से सुनाई दे रहा है..नए नए बने एक छोटे से जिले के हाल बेहाल है। चर्चा आम है इस जिले में यदि रात के पहर में कभी कोई बड़ी घटना या दुर्घटना घटित हो जाए तो स्थिती को संभालने वाला प्रशासनिक अधिकारी तत्काल मौके पर नहीं मिल पाएगा..दरअसल प्रभु पिछली सरकार ने चुनाव को देखते हुए तुरंत फुरंत में यह जिला तो बना दिया लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों की सुख सुविधाओं का कोई ध्यान नहीं रखा। अब जिले के कलेक्टर को रात गुजारने के लिए पड़ोसी जिले में स्थित अपने सुसराल जाना पड़ता है तो पुलिस अधीक्षक को भी पड़ोसी जिले में ही शरण लेनी पड़ती है। हालांकि कलेक्टर साहब ने यहां के विश्राम गृह को फिलहाल अपना अस्थायी ठिकाना बना रखा है जबकि एसपी साहब रात में यहां रुकने की अभी तक कोई व्यवस्था नही है।
आईजी -डीआईजी की लिफाफा पंरम्परा
हे प्रभु सुनने में आ रहा है कि मध्य प्रदेश के एक रेंज आईजी और डीआईजी की खूब पटरी बैठ रही है । दरअसल प्रभु यह दोनों अधिकारी प्रमोटी आईपीएस अफसर है और दोनो को लंबे समय बाद फील्ड पोस्टिंग नसीब हुई है। इनमें से एक का रिटायरमेंट भी बहुत ही जल्द होने वाला है। सुना हे प्रभु कि अपने रिटायरमेंट से पहले एक प्रमोटी अफसर ने अपनी रेंज में लिफाफा परंपरा शुरू कर दी है और इस लिफाफा परंपरा को आगे बढाने डीआईजी साहब भी बखुबी साथ दे रहे हैं। यही कारण है प्रभु कि आईजी और डीआईजी में जमकर पटरी बैठ रही है...हालांकि दोनो की इस लिफाफा परंपरा की भनक राजधानी तक भी पहुंच चुकी है और जल्द ही डीआईजी साहब का विकेट गिराने की तैयारी भी हो चुकी है। तो प्रभु यह थी अब तक की खामोश खबरे जिनकी गूंज राजनीतिक और प्रशासनिक गलियारों में सुनाई दे रही है ...अब चलता हुं अगली खामोश खबरों की खोज में तो अनुमति दीजिए ...नारायण नारायण