मध्य प्रदेश के तुनक और बदमिजाज आईएएस अफसर
जुबेर कुरैशी
भोपाल/ मध्य प्रदेश में ऐसे कई तुनक और बदमिजाज आईएएस और आईपीएस अफसर है जो अपनी तुनकमिजाजी और बदमिजाजी के कारण चर्चा में बने रहते है। यह अफसर सतंरी हो या मंत्री आम जनता हो या मातहत अफसर और सहकर्मी सबके साथ दुर्व्यवहार करने की वजह से आए दिन सुर्खियों में बने रहते है। चलिए हम आपको मिलवाते है मध्य प्रदेश के उन आईएएस नौकरशाह से जिनकी तुनक मिजाजी के कारण सरकार की भी कई बार किरकिरी हो चुकी हैं । यह वो अफसर है जो नौकरशाह बनने के बाद खुद को खुदा समझने लगे है। इन अफसरों के बारे में यह राय हमारी नहीं बल्कि इन अफसरों के सबोर्डिनेट और उनके कलिग की हैं ....
मनीष रस्तोगी
सबसे पहले बात करते है मध्य प्रदेश के ही मूल निवासी इंदौर में जन्मे और 1994 बैच के आईएएस अफसर मनीष रस्तोगी की। वर्तमान में प्रमुख सचिव के पद पर पदस्थ मनीष रस्तोगी को लेकर ना तो उनके मातहत अफसरों और ना ही उनके सहकर्मियों की राय अच्छी है। सीनियर अफसर भी मनीष रस्तोगी के व्यवहार और उनकी तुनक और बदमिजाजी को लेकर खुश नहीं है। कभी किसी सीनियर अफसर के साथ तो कभी जूनियर अफसर के साथ दुर्व्यवहार करने के कारण वह सुर्खियों और चर्चा में बने रहते हे। पर्यटन मंत्री रहते मोहन यादव के साथ उनकी टकराहट चर्चा में रही है। सत्ता परिवर्तन के बाद मोहन यादव ने मुख्यमंत्री की कुर्सी संभालते ही सबसे पहले मनीष रस्तोगी का ही स्थांतरण आदेश निकाला था और उन्हें करीब 45 दिन तक कोई पद भी नहीं दिया था। इसके बाद मनीष रस्तोगी ने मंत्रालय स्थित अपने केबिन में अपने जूनियर अफसरों के साथ जो दुर्व्यवहार किया था उसकी शिकायत भी मुख्य सचिव से लेकर मुख्यमंत्री तक पहंची लेकिन अब तक उस शिकायत पर कोई कार्रवाही नहीं हुई । जिसकी वजह से मनीष रस्तोगी जैसे अफसरों के हौसले बुलंद और वह जब चाहे जिसका चाहे अपमान कर रहे है।
दीपाली रस्तोगी
दिल्ली में जन्मी और 1994 बैच की ही एक और आईएएस अफसर है दिपाली रस्तोगी....दिपाली रस्तोेगी का शुमार प्रदेश के बेहद ईमानदार अफसरों में होता हे लेकिन उनके खराब व्यवहार के कारण कोई भी उनसे खुश नहीं रहता। यहां आपको बता दें की दिपाली रस्तोगी मनीष रस्तोगी की धर्मपत्नी भी है। मंत्रालय में आम जनता से मिलने के लिए उन्हें केवल पंद्रह मिनट का समय तय कर रखा है। उन्होंने अपने केबन के बाहर लिखवा रखा है कि आम जनता से मिलने का समय 4 बजे से 4.15 तक आम जनता से लेकर जनप्रतिनिधी तक उनसे मिलने से घबराते है। अगर बात करे उनके सबोर्डिनेट और कलिग की तो उनकी राय भी दिपाली रस्तोगी को लेकर ठीक नहीं है। उनके कलिग और सबोर्डिनेट उन्हें घमंडी और तुनक मिजाज अफसर मानते हे।
अजीत केसरी
बिहार के मूल निवासी और 1990 बैच के सीनियर आईएएस अफसर अजीत केसरी के व्यवहार को लेकर मंत्रालय के गलियारे ंमें चर्चा आम रहती है। मंत्रालय के गलियारे में अजीत केसरी को सनकी,तुनक मिजाज और बदमिजाज अफसर के नाम से संबोधित किया जाता है। अजीज केसरी के बारे में आम राय भी यही है। संतरी से लेकर मंत्री और सहकर्मी से लेकर मातहत अफसर तक अजीत केसरी के व्यवहार से घबराते है और प्रयास करते हे कि उनका सामना उनसे ना हो। अजीत केसरी की तुनक और बदमिजाजी के कई लोग शिकार हो चुके है।
स्मिता भारदवाज
महाराष्ट्र की मूल निवासी 1992 बैच की आईएएस अफसर स्मिता भारद्वाज की तुनक और बदमिजाजी की भी चर्चा आम रहती है। धरावाहिक महाभारत में भगवान कृष्णा की भूमिका निभाने वाले अभिनेता नीतिष भारद्वाज की पत्नी स्मिता भारद्वाज का अपने सहकर्मियो और मातहत अफसरों के साथ व्यवहार अच्छा नहीं रहता। उनके सहकर्मी उन्हें बददिमाग,चिढ़चिढ़ी अफसर के नाम से पुकारते है। आला अफसर भी कईबार उनके इस व्यवहार से दो चार हो चुके है। अभिनेता पति से अलगाव और विवाद भी इस महिला आईएएस अफसर को सुर्खियों में बनाए रखता है।
मनीष सिंह
रीवा में जन्मे और मध्य प्रदेश के मूल निवासी 1997 बैच के आईएएस अफसर मनीष सिंह वर्तमान में प्रमुख सचिव वित्त के पद पर पदस्थ है। आम जनता हो या अधिनस्थ कर्मचारी अधिकारी मनीष सिंह की छवि अच्छी नहीं है। व्यवहारकुशल नहीं होने के कारण उन्हें हिटलर के नाम से पुकारा जाता है। किसी से भी ज्यादा मेल जोल नहीं रखने वाले मनीष सिंह सिर्फ खुद में ही मस्त रहते है। अगर किसी सहकर्मी या मातहत अफसर को उनसे किसी काम के लिए मिलने जाना होता है तो वह दस बार सोचते है और सबसे पहले यह पता करते हे कि साहब का मूड कैसा है। वह कब किस को क्या बोल दे और कब किसका अपमान कर दें यह कोई नहीं जनता। उनके इस व्यवहार के कारण ही उन्हें तुनक और बदमिजाज अफसर कहा जाता हैं ।
अनुराग जैन
अब बात करते है दिल्ली में प्रतिनियुक्ति पर पदस्थ ग्वालियर में जन्मे मध्य प्रदेश के मूल निवासी अुनराग जैन की । 1989 बैच के सीनियर आईएएस अफसर अनुराग जैन के प्रति भी उनके सहकर्मी हो या मातहत अफसर की धारणा अच्छी नहीं है। अनुराग जैन कठोर और तेजतर्रार अफसर के रुप में जाने जाते हैं। हमेशा गंभीर मुद्रा में रहने वाले अनुराग जैन को शायद की किसी ने मुस्कुराते या हंसते हुए देखा हो। अनुराग जैन को उनके सहकर्मी और मातहत तुनक मिजाज तो नहीं लेकिन बदमिजाज अफसर जरुर मानते है। इनकी बदमिजाजी के भी कई किस्से मशहूर है । मंत्री हो या संतरी,नेता हो या जनप्रतिनिधि इनसे मिलने से पहले सौ बार सोचते है। आम जनता की तो इन तक पहुंच ही नहीं पाती है।
इनके अलावा कुछ ऐसे तुनक और बदमिजाज अफसर और भी थे जो फिलहाल रिटायर हो चुके है उनमें पूर्व मुख्य सचिव इकबाल सिह बेंस ,राधेश्याम जुलानिया शामिल है। यहां गौर तलब है इन बदमिजाज अफसरों में से चार यानि इकबाल सिंह,अनुराग जैन,मनीष सिंह और मनीष रस्तोगी भोपाल के कलेक्टर भी रह चुके है और भोपाल की जनता भी इनके व्यवहार से अच्छी तरह से वाकिफ है।
आखिरकार इन नौकरशाह के इस तरह के व्यवहार की वजह क्या है क्यों वह इतने बदमिजाज़ और तुनक मिजाज है.. हमने यह जानने के लिए भोपाल की मशहूर मनोचिकित्सक डॉक्टर रुमा भट्टाचार्य से बात की तो कहना था की काम की अधिकता और नींद पूरी नहीं होने की वजह सेकई लोग चिड़चिड़ा हो जाते हैं..