प्रणव बजाज

 

मध्य प्रदेश के धार जिले में शराब माफिया नोकरशाहों को उंगली पर नचा रहे हैं। इसका जीता जागता उदाहरण सामने आया है। दरअसल, जिले में एक ही समूह की शराब दुकानें हैं। जानकारी के मुताबिक, जिले में .शराब की दुकानों को एक ही समूह चला रहा है। इसमें रमेश रॉय, सूरज रजक और विजय सिंह नन्ने पार्टनर हैं।

 

खबरों की मानें तो धार जिले के सहायक आबकारी अधिकारी राधेश्याम रॉय को विजय सिंह का करीबी बताया जाता है। शराब माफिया विजय सिंह के कहने पर ही रॉय की पोस्टिंग इधर से उधर होती है। आबकारी अधिकारी रॉय नन्ने सिंह के आदेश पर ही छापेमारी करते हैं। बताया जाता है कि राधेश्याम रॉय उतना ही काम करते हैं जितना नन्ने सिंह कहता है।

 

युवक से गाली-गलौज

 

बीती दिन राधेश्याम रॉय को पीथमपुर चौपाटी पर एक चाप दुकान पर अवैध रूप से शराब बेचे जाने की खबर मिली। रॉय भारी भीड़ के साथ दुकान पर पहुंचे और पहले तो दुकान पर मौजूद युवक से गाली-गलौज की, जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। इसके बाद राधेश्याम रॉय युवक को अपनी गाड़ी में बिठाकर लेकर चले गए।यह पहला मामला नहीं है जब राधेश्याम ने ऐसी हरकत की हो। इससे पहले भी राधेश्याम रॉय ने धामनोद व्रत के तहत उमरबन के एक आदिवासी युवक की पिटाई की थी, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। जानकारी के अनुसार धार जिले में महीने की बंदी का बंदरबांट अधिकारियों से लेकर नेताओं तक में होता है, जिसके चलते जिले में शराब माफिया बेखौफ होकर काम कर रहे हैं। आरोप है कि कुछ दिनों पहले ही जिले के तिरला थाना अंतर्गत एक युवक को शराब माफिया ने कार से कुचलकर मार डाला, लेकिन पुलिस जांच में मामला सड़क दुर्घटना का निकला।

 

राधेश्याम पर कब होगी कार्रवाई?

 

शराब माफियाओं के इशारे पर काम करने वाले राधेश्याम रॉय पर क्या कार्रवाई होती है ये देखना होगा। बता दें कि सीएम मोहन यादव ऐसे कई अधिकारियों को सस्पेंड कर चुके हैं जिन्होंने अपने पद का दुरुपयोग किया है और आम लोगों के साथ गाली- गलौज कर अपने पद की धौंस दिखाई हो।

न्यूज़ सोर्स : Servant Shah bowing before the liquor mafia?