(जुबेर कुरैशी)

महिला अधिकारियों पर मेहरबान वरिष्ठ आबकारी अधिकारी

नारायण.. नारायाण.. हे प्रभु..हे जगन्नाथम.. प्रणाम स्वीकार करें...प्रभु तो आगे समाचार यह है कि मध्य प्रदेश के एक अधिकारी ने बेशर्मी की सारी हदें ही पार कर ली है। यह मामला आबकारी विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी से जुड़ा हुआ है। महिला प्रेमी के रुप में विख्यात हो रहे इन आबकारी अधिकारी पर पूर्व में भी आबकारी विभाग की एक महिला अधिकारी ने यौन शोषण का आरोप लगाया था किन्तु आरोप लगाने वाली महिला अधिकारी ने अपना नाम गुमनाम रखा था जिसके कारण यह आबकारी अधिकारी इस आरोप से बेदाग निकल गए थे। दरअसल प्रभु यह आबकारी अधिकारी लंबे समय से एक उप मुख्यमंत्री के ओएसडी बनने की इच्छा रखे हुए है । किन्तु उनकी यह इच्छा अभी तक पूरी नहीं हो सकी है। उप मुख्यमंत्री के पुत्र से निकटता के कारण यह आबकारी अधिकारी स्वंय को विभाग का सर्वेसर्वा समझ बैठे है। प्रभु सुना है कि इनकी चर्चा कुछ समय से महिला प्रेमी अफसर के रुप खूब हो रही है। दरअसल इसका कारण भी सामने आ चुका है। इन अधिकारी के महिला प्रेमी होने का सुबूत भी सामने आ चुका है। इनके महिला प्रेमी होने की बानगी भी देखिए ...वह अपने विभाग के वरिष्ठ अधिकारी यानि तीन सितारे वाले पुरुष अधिकारियो के बजाएं कनिष्ठ अधिकारी यानि दो सितारे वाली महिला अधिकारियो पर अधिक मेहरबान नज़र आ रहे है । इनकी मेहरबानी के चलते तीन सितारे वाले पुरुष अधिकारियों के पास मात्र दो दुकानों का जिम्मा है तो दो सितारे वाली महिला अधिकारियों के पास आठ से दस दुकानों की जिम्मेदारी है। बरहाल प्रभु इस वरिष्ठ आबकारी अधिकारी के नित नये कर्मकाण्ड को लेकर इनकी स्वंय की बिरादरी में जमकर फजीहत हो रही है....


आईएएस अफसर की दंबगई


एक समय था प्रभु की मध्य प्रदेश के नामी बिल्डर की पूरे प्रदेश में तूूती बोलती थी...उनका एकछत्र राज था .. चाहे मंत्री हो या संत्री ..या फिर आईएएस हो या आईपीएस इस बिल्डर के दरबार में हाजिरी लगाने कर स्वयं को भाग्यशाली समझते थे। किन्तु प्रभु अब समय बदल चुका है और सुनने में आया है कि कल तक जो आईएएस अधिकारी इस बिल्डर से आँख मिलाने तक की हिम्मत नहीं कर पाता था वहीं अब आँखे दिखा ही नहीं रहा बल्कि नोटिस भी जारी कर रहा है। दरअसल प्रभू एक नियम के चलते इस आईएएस अधिकारी ने उक्त बिल्डर को पांच करोड़ रुपये की वसूली का नोटिस जारी किया है। हालांकि अभी नोटिस बिल्डर तक पहुंच नही पाया है। राजनैतिक दबाव के चलते फिलहाल नोटिस को दबा दिया गया है किन्तु आईएएस अधिकारी ने भी कसम खा ली है कि कुछ भी हो वह बिल्डर से पांच करोड़ रुपये वसूल कर ही रहेगें।

नया घरोंदे बनाने का जिम्मा तीन निरीक्षकों को

प्रभु स्वंय के घरोंदे की चिंता तो सभी को सताती है ना...किन्तु इस चिंता से प्रदेश के सबसे वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी फिलहाल सबसे अधिक चिंतित नजर आ रहे हैं...उनके चिंतित होने का कारण भी जायज है ..दरअसल वह इसी वर्ष नौकरी से सेवानिवृत जो हो रहे हैं...तो प्रभु सुनने में आ रहा है की अब इन वरिष्ठ आईपीएस महोदय ने अपनी इस चिंता को दूर करने का जिम्मा अपने निकटस्थ तथा वफादार तीन निरीक्षकों को सौंप दिया है। प्रभु पता चला है कि भोपाल के कैरवा डेम इलाके में पहले से ही इन आईपीएस महोदय का एक बड़ा सा फार्म हाउस तो है ही साथ ही पुलिस की एक बटालियन में भी उनका बीस हजार स्कायर फीट का भूंखड भी है और इसी भूंखड पर उन्होंने अपना नया घरोंदा बनवाना का जिम्मा अपने वफादार निरीक्षकों को दिया है..यह भी सुनने में आ रहा है कि की इस भूखंड पर निर्माण कार्य भी शुरु हो चुका है और आईपीएस महोदय के सेवानिवृत्ति से पूर्व ही निर्माण कार्य पूर्ण करने की योजना है ताकि साहब सेवानिवृत्ति के बाद अपने इसी घरोंदे में रह सके..... तो प्रभु यह थी अब तक की खामोश खबरें... अब जाने की अनुमति दीजिए .. शीघ्र वापस आऊंगा और चटपटी और दिलचस्प खामोश खबरें लेकर .. चलता हूं अब..आशीर्वाद बनाए रखें... नारायण नारायण..

न्यूज़ सोर्स : Senior excise officers are kind to women officers