सौरभ शर्मा ने दबाया कई अफसर का पैसा..
मध्य प्रदेश में सोने की अब तक की सबसे बड़ी जब्ती हुई है. इसको लेकर भोपाल के धनकुबेर सौरभ शर्मा पर लगातार कार्रवाई जारी है. लोकायुक्त और आईटी के बाद (ED) प्रवर्तन निदेशालय की टीम सौरभ के ठिकानों पर छापेमार कार्रवाई कर रही है. शुक्रवार को ईडी की टीम प्रेस लिखी गाड़ी से सौरभ शर्मा और उसके सहयोगियों के 7 ठिकानों पर छापे मारे. ईडी की टीम ने कल भोपाल में 4, ग्वालियर में दो और जबलपुर में एक ठिकानों पर छापे मारे. इस कार्रवाई में सौरभ शर्मा के सोने से लदी गाड़ी का खुलासा हो गया है.
दरअसल, परिवहन विभाग के पूर्व कांस्टेबल सौरभ शर्मा के घर जब लोकायुक्त की कार्रवाई चल रही थी, उसी दिन उस कार जिसमें सोने और कैश रखे गए थे, दोपहर 3 बजे कार की लोकेशन उसके घर के पास की मिली. संभावना जताई जा रही है कि छापे के दौरान यहीं से गोल्ड और कैश कार में रखकर पार किया गया.
इन सवालों ने बढ़ाया संदेह
बता दें कि लोकायुक्त पुलिस ने सौरभ शर्मा के सहयोगी शरद जायसवाल को आरोपी तो बनाया था, लेकिन उसके ठिकानों पर छापेमार कार्रवाई नहीं की थी. शुक्रवार को ईडी ने शरद के अरेरा कॉलोनी स्थित (ई-8/99) घर पर भी छापा मारा. सौरभ शर्मा के अरेरा ई-7/78 स्थित आवास से महज सौ मीटर की दूरी पर उसके एक और मकान (ई-7/71) पर सर्चिंग शो नहीं की. वहीं, स्थानीय लोगों का दावा है कि 19 दिसंबर को यहां कुछ लोग आए थे और बाहर एक व्यक्ति कई घंटों तक बैठा रहा.
सीसीटीवी फुटेस में हुआ खुलासा
ईडी की टीम को जांच के दौरान सीसीटीवी फुटेज में सोने से लदी कार ई-7 अरेरा कॉलोनी से रवाना होते दिखी. यह बात सौरभ शर्मा के पड़ोसियों ने बताई. बताया जा रहा है कि यह वही कार है, जिसे सौरभ शर्मा ने चेतन गौर के नाम से खरीदी थी. इसी कार में 19 दिसंबर की रात में मेंडोरी-बेरखेड़ी गांव की सीमा पर खाली फार्म हाउस से एमपी-07 बीए-0050 कार से आयकर विभाग की टीम ने 54 किलो सोना और 11 करोड़ रुपए बरामद किए थे. ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि सौरश शर्मा के इसी ठिकाने से कार में सोने और कैश लोड किए गए होंगे. हालांकि, यह वही कार है या नहीं इसको लेकर ईडी की तरफ से अभी खुलासा नहीं किया गया है.