नारायण... नारायण , प्रभु आप तो जानते ही हैं इच्छाएं अपरंपार होती हैं यानि इच्छाओं का कोई अंत नहीं होता। अब सुनने में आ रहा है कि मध्य प्रदेश के एक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी अपनी एक इच्छा को पूरा करनेे के लिए सक्रिय हो चुके हैं...दरअसल प्रभु यह आईएएस अधिकारी अगले साल रिटायर होने वाले है और रिटायर होने से पूर्व ही उन्होंने अपने पुनर्वास की तैयारी शुरू कर दी है..अपने पुनर्वास लिए वह अभी से सरकार और संगठन के अलावा संघ को भी प्रसन्न करने में जुट गए है। कुछ दिन पूर्व उन्होंने संगठन के एक पदाधिकारी के साथ संघ के एक प्रभावशाली व्यक्ति से सप्रेम भेंट भी कर ली है। उनका लक्ष्य रिटायरमेंट के उपरांत दो उपक्रमों में से किसी एक का मुखिया बनना है। अब प्रभु देखना यह है कि इन वरिष्ठ आईएएस की यह इच्छा पूर्ण हो पाती है या नहीं। 

 

आईजी और कप्तान के बीच टशन 

 

तो प्रभु बढते है अगले समाचार की ओर जो सुनाई दे रहा है मध्य प्रदेश के एक जिले से। सुनने मे आ रहा है कि इस जिले के कप्तान और उनके आईजी के बीच पटरी नहीं बैठ पा रही हैं दरअसल प्रभु सुनने में आ रहा है कि आईजी साहब ने अप्रत्यक्ष रूप से पुलिस कप्तान के अधिकारों का अधिग्रहण कर रखा है । जिसके कारण जिले के थाना प्रभारी और अन्य मैदानी अमला पुलिस कप्तान के आदेशो को अनसुना कर रहा हैं। जिले के थाना प्रभारी किसी भी सूचना या घटना की जानकारी पहले आईजी को देते है और उसके बाद कप्तान साहब को। इसका लाभ उठाकर आईजी साहब कई बार कप्तान साहब को घटना की जानकारी नहीं होने के कारण शर्मिंदा भी कर चुके है। जिसके कारण बेहद ईमानदार पुलिस कप्तान आईजी साहब से दुखी है.. यहां यह भी सुनने में आ रहा है प्रभु आईजी और पुलिस कप्तान की जल्द ही विदाई होने वाली है।

 

सरकार और संगठन के निशाने पर विधायक

 

अगला समाचार प्रभु भाजपा के एक विधायक से जुड़ा हुआ है। दरअसल इन विधायक के विवादस्पद बयानों से लगातार सरकार की किरकिरी हो रही हैं,जिसके कारण सरकार और संगठन दोनो उनसे नाराज हो गए है। हाल ही में इन विधायक ने जिले के एक आला अधिकारी पर विवादस्पद बयान देकर नौकरशाही से भी पंगा ले लिया है। इन विधायक के विवादस्पद बयानों को लेकर एक मंत्री जी ने मजेदार प्रक्रिया दी कि दरअसल विधायक जी मंत्री बनने के लिए उतावले हो चुके है और हर वह कार्य कर रहे है जिससे वह सुर्खियों में बने रहे किन्तु इस बार उनका विवादस्पद बयान उनके लिए समस्या खड़ी करने वाला है । यह वहीं मंत्री जी है जिनको निपटाने के लिए विधायक जी कोई कौरकसर नहीं छोड़ रहे है। विधायक और मंत्री जी का कोल्डवार राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है। तो प्रभु यह थी अब तक की वो खामोश खबरें जिनकी चर्चा सुनाई दी। अब इन खबरों में कितनी सत्यता है यह प्रभु आपसे बेहतर कोई नहीं जानता । बरहाल प्रभु अब मुझे जाने की आज्ञा दीजिए चलता हुँ ... नारायण नारायण 

 

 (जुबेर कुरैशी)

न्यूज़ सोर्स : Rehabilitation preparation before retirement