प्रमोटी आईएएस को चाहिए इंवेस्टर
नरदमुनि डेली स्पीक
प्रमोटी आईएएस को चाहिए इंवेस्टर
नारायण नारायण, है प्रभु मध्य प्रदेश के एक प्रमोटी आईएएस अफसर एक जिले मेें कलेक्टर बनना चाहते है और इसके लिए उनको लगभग तीन करोड़ रुपयों की अवाश्यकता है। तो प्रभु अब इन प्रमोटी आईएएस अफसर को एक ऐसे इंवेस्टर या फायनेंसर की दरकार है जो उन्हें कलेक्टर बनवाने के लिये तीन करोड़ की राशी इंवेस्ट कर सके। प्रभु सुनने में आ रहा है कि यह प्रमोटी आईएएस अफसर जिस जिले का कलेक्टर बनना चाह रहे है वह जिला अवैध उत्खन्न के लिए बदनाम है किन्तु कमाई के मामले में प्रथम स्थान पर है। यही कारण है कि प्रमोटी अफसर इस जिले का कलेक्टर बनने के लिए तीन करोड़ की राशी जुटाने के प्रयास में जुट गए है। कुछ इंवेस्टरों से उनकी बातचीत भी हो चुकी है लेकिन अभी तक किसी भी इंवेस्टर ने फायनल नहीं किया है।
आईजी के निशाने पर कलेक्टर
प्रभु मध्य प्रदेश की धरती से एक और चर्चा सुनने में आ रही है , रेत उत्खन्न के लिए विख्यात जिले के कलेक्टर अपनी कारगुजारियों को लेकर इन दिनो उन्हीं के संभाग के पुलिस महानिरीक्षक के निशाने पर आ गए है। पुलिस महानिरीक्षक ने अवैध उत्खन्न के कार्य मे सक्रिय अपनी टीम के कुछ अफसरों को तो सबक सीखा दिया है लेकिन प्रशासनिक अमले के कुछ अफसर उनकी जद में नहीं आ पा रहे है। अपनी ईमानदार छबि के लिए मशहूर इन पुलिस महानिरीक्षक ने जिला प्रशासन के अफसरों को उनके अवैध कार्यकलापों को बंद करने लिए कई चेतावनियां भी दी लेकिन किसी पर अब तक कोई असर नहीं हुआ। जिसके कारण पुलिस महानिरीक्ष खासे नाराज है और मौके के इंतजार में है। दरअसल जिले मे लगातार अवैध रेत खन्न की शिकायते मिेल रही है और जिले के कलेक्टर मूक दर्शक बने हुए है।हालांकि कलेक्टर भी काफी पावरफुल है लेकिन पुलिस महानिरीक्ष उनके खिलाफ जो रिपोर्ट तैयार कर रहे है उससे कलेक्टर साहब की नींद जरुर उड़ी हुई है।