कलेक्टर के तुगलकी आदेश से प्रमुख सचिव हुए नाराज
जुबेर कुरैशी
नारायण नारायण प्रभु नारदमुनि का प्रणाम स्वीकार करें तो प्रभु प्रशासनिक गलियारों में जो समाचार सबसे अधिक चर्चा का विषय बना हुआ है उसी से प्रारंभ करता हुं मध्य प्रदेश के एक बड़े जिले की कलेक्टर के एक आदेश सेे प्रमुख सचिव स्तर के एक अधिकारी नाराज हो गए हैं दरअसल यह प्रमुख सचिव एक निगम के प्रंबध संचालक भी है और कलेक्टर महोदया के तुगलकी आदेश से निगम की कार्ययोेजना प्रभावित होने की पूरी संभावना हैं। सुनने में आया है की प्रमुख सचिव जल्द ही कलेक्टर महोदया के तुगलकी आदेश को निरस्त करने लिए पत्र भी लिखने वाले हैं । वहीं कलेक्टर महोदया भी अपने तुगलकी आदेश की हो रही हर जगह फजीहत को लेकर अब चिंतित है और संभावना जताई जा रही है वह स्वंय ही अपने तुगलगी आदेश को कुछ संशोधन के साथ फिर से जारी करें
मलाईदार पद के लिए कुछ भी करेंगे
प्रभु मलाईदार पाने के लिए मध्य प्रदेश के अधिकारी क्या क्या नहीं करते यह आप से छुपा हुआ नहीं हैं- अब सुनने में आया है कि एक ही बैच के दो आईएएस अधिकारियों के बीच मलाईदार पद को लेकर तलवारें खींच गयी हैं । सीधी भर्ती के आईएएस अधिकारी वर्तमान में ऐसे विभाग के आयुक्त है जो कमाई के मामले में पहले नंबर पर रहता है। अब इसी आयुक्त पद को पाने के लिए प्रमोटी आईएएस अधिकारी साम दाम दण्ड भेद की रणनीति अपनाए हुए और हाल ही में उन्होने सीधीे भर्ती के अधिकारी निपटाने के लिए उनका काला चिटठा भी लोकायुक्त संगठन तक पहुंचा दिया है। सीधी भर्ती के अधिकारी को अपने ही बैच के प्रमोटी अधिकारी के इस कृत्य की भनक लग चुकी है
कौन जाएगा कौन रहेगा
तो अगला समाचार मध्य प्रदेश के दो सीधी भर्ती के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों से संबधित है। एडीजी स्तर के यह दोनो अधिकारी एक ही विभाग में पदस्थ है और दोनों के बीच केवल तीन साल की सीनियरटी और जूनियरटी का अंतर है किन्तु दोनो के बीच जिस प्रकार का शीत युदध चल रहा है उससे विभाग का काम प्रभावित हो रहा है। दोनों के बीच चल रहे शीत युदध का समाचार सरकार के मुखिया तक भी पहुंच चुका है और मुखिया ने यह बात उपर तक भी पहुंचा दी है। प्रभु दोनो अधिकारियों की पकड़ बहुत उपर तक है किन्तु विभाग में संतुलन बनाए रखने के लिए एक की विदाई तय है .. प्रभु अब विभाग के लोग इसकी प्रतीक्षा कर रहे है कि दोनो अधिकारियों में से किसी की पकड़ अधिक मजबूत है। तो प्रभु यह थीं अब तक की वो खामोश खबरें जो खामोशी के साथ प्रशासनिक गलिायारों में सुनाई दे रही हैं अगली खामोश खबरों सुनने के लिए अब जाना होगा प्रभु तो आज्ञा दीजिए चलता हुं नारायण नारायण