CM मोहन यादव के नौ रत्न
जुबेर कुरैशी
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव जिस तेजी से राजनीतिक क्षेत्र के अलावा आम जनता के बीच लोकप्रिय होते जा रहे है उसका श्रेय किसको दिया जाना चाहिए .. मात्र 9 माह के कार्यकाल में मोहन यादव ने आम जनता के बीच जो पैठ बनाई है उसमें उनकी टीम के नौ रत्न की अहम भूमिका रही है। नवरत्न में शामिल सबसे पहला नाम है राजेश राजौरा का..
राजेश राजोरा
मुख्यमंत्री मोहन यादव के नौ रत्नो मे सबसे पहला नाम एसीएस राजेश राजौरा का है। सीएम सचिवालय में पदस्थ 1990 बैच के आईएएस अधिकारी राजेश राजौरा मूल रुप से मध्य प्रदेश के नीमच जिले के रहने वाले है। वर्तमान में राजेश राजौरा मुख्यमंत्री मोहन यादव के सबसे करीबी अधिकारियो में शामिल है और कई महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे है। राजेश राजौरा पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान की गुड बुक में भी हमेशा रहे है और कई अहम विभागों की जिम्मेदारी बखूबी निभा चुके है। वह मध्य प्रदेश के मुख्य सचिव बनने की दौड़ में भी सबसे आगे चल रहे है। जनहित से जुडी उनकी कार्ययोजनाए उन्हें मुख्यमंत्री मोहन यादव के करीब लाती है। व्यवहार कुशल और सबको साथ लेकर चलने वाले राजेश राजौरा के खाते में कई उपलब्धियां है। कई अवसरों पर वह प्रशासनिक स्तर पर सरकार के संकटमोचक की भूमिका भी निभा चुके है। यही वजह है कि मुख्यमंत्री उन पर सबसे अधिक भरोसा करते है और उन्हें अपने नौ रत्न में सबसे अहम भूमिका दे रखी है। मुख्यमंत्री की घोषणाओं का पालन, संकल्प पत्र 2023, कैबिनेट, प्रशासनिक सुधार एवं नवाचार, शासकीय-अशासकीय नियुक्तियां, मुख्यमंत्री समन्वय में आने वाले तबादले और पदस्थापना के मामले, मुख्यमंत्री के दिल्ली भ्रमण कार्यक्रम की तैयारी, प्रधानमंत्री, केंद्रीय मंत्री, अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री और सांसदों से प्राप्त पत्रों पर कार्रवाई, केंद्र सरकार के समक्ष लंबित विषयों की तैयारी, कलेक्टर-कमिश्नर कांफ्रेंस, इंदौर और उज्जैन संभाग से जुड़े प्रशासनिक विषयों पर समन्वय का जिम्मा भी राजेश राजौरा के पास ही है।
संदिप यादव
मुख्यमंत्री के नौ रत्न मे दूसरा नंबर आता हैं 2000 बैच के आईएएस अधिकारी संदीप यादव का हरियाणा के रहने वाले संदीप यादव पर मोहन यादव अटूट भरोसा करते हैं यही कारण है कि मुख्यमंत्री के रूप में मोहन यादव ने पदभार ग्रहण करने सबसे पहले संदीप यादव को ही अपनी टीम में शामिल किया था... आईएएस अधिकारी डॉ संदीप यादव ने अपनी कार्यशैली से एक अलग पहचान बनाई हैं पहले जनसंपर्क आयुक्त और जनसंपर्क प्रमुख सचिव, इसके बाद हाल ही में हुए स्थानांतरण में उन्हें सबसे पावरफुल अधिकारी माने जाने वाले मोहम्मद सुलेमान की जगह स्वास्थ्य महकमे की जवाबदारी सौपी गई है। अपने अल्प कार्यकाल में लोकसभा चुनाव में मीडिया मैनेजमेंट के आधार पर देश भर में डॉक्टर मोहन यादव की छवि चमकाने में किए गए प्रयासों का ही प्रतिफल है कि संदीप यादव डॉक्टर मोहन यादव के सबसे विश्वसनीय अधिकारी बनकर उभरे है.. एक तरफ देखा जाए तो मुख्यमंत्री सचिवालय में ए सी एस डॉ राजेश राजौरा ,संजय शुक्ला, राघवेंद्र सिंह जैसे अधिकारियों के बैठने के बाद यह कयास लगाए जा रहे थे कि आने वाले समय में प्रदेश के स्वास्थ्य की दावेदारी इनमें से ही किसी एक अधिकारी को दी जाएगी लेकिन मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री ने संदीप यादव पर विश्वास जताकर यह साबित कर दिया है की आने वाले समय में संदीप यादव और भी पावरफुल हो सकते हैं
संजय शुक्ला
1994 बैच के आईएएस अधिकारी संजय शुक्ला भी सीएम मोहन यादव के नौ रत्नो में शामिल हैं .झारखंड के मूल निवासी संजय शुक्ला राजधानी भोपाल समेत कई जिलो में कलेक्टर रह चुके है और वर्तमान में सीएम सचिवालय में प्रमुख सचिव है और उनके पास महत्वपूर्ण विभागो की जिम्मेदारी है । मुख्यमंत्री मोहन यादव के करीबी होने के साथ साथ वह एसीएस राजेश राजौरा के भी बहुत निकट है। मोहन यादव और एसीएस राजेश राजौरा उन पर बहुत भरोसा करते है। हसंमुख और व्यवहारकुशल संजय शुक्ला पहले भी प्रमुख सचिव के रुप में कई अहम विभागो की जिम्मेदारी संभाहल चुके है। जनहित से जुड़े मुद्दों पर उनका विजन सीएम मोहन यावद को भाता है। नीति निर्धारण से लेकर जनहित और मध्य प्रदेश के विकास से जुडी योजनाएं बनाने में भी संजय शुक्ला अहम भूमिका निभा रहे हैं। मुख्यमंत्री की घोषणाओं की निगरानी, सीएम डैशबोर्ड, एमएलए डैशबोर्ड, प्रगति पोर्टल और राज्य की वृहद परियोजनाओं की समीक्षा, सांसद, मंत्री और विधायकों से प्राप्त पत्रों पर कार्रवाई का समन्वय, प्रदेश सरकार की उपलब्धियों से संबंधित तथ्य-आंकड़ों का संग्रहण, आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश, मुख्यमंत्री स्वेच्छानुदान, सीएम हेल्पलाइन, समाधान आनलाइन, शासकीय आवंटन, सामान्य प्रशासन, गृह, नगरीय प्रशासन एवं आवास, पंचायत एवं ग्रामीण विकास, परिवहन, जल संसाधन, नर्मदा घाटी व विकास, स्वास्थ्य, वन, ऊर्जा,
उद्योग, नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा, सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम विभाग की मनीटरिंग के साथ साथ भोपाल, नर्मदापुरम और शहडोल संभाग की देखभाल का जिम्मा भी संजय शुक्ला पर है।
राघवेंद्र सिंह
1997 बैच के आईएएस अधिकारी राघवेंद्र सिंह वर्तमान में सीएम सचिवालय में प्रमुख सचिव है मध्य प्रदेश के रीवा जिले के रहने वाले राघवेंद्र सिंह मिलनसार और सुलझे हुए अधिकारी के रुप में पहचाने जाने वाले राघवेंद्र सिंह इंदौर समेत कई जिलों में कलेक्टर रह चुके है और पूर्व सीएम शिवराज सिंह के समय जनसंपर्क आयुक्त भी रहे हैं। अपनी बेहतरीन कार्यशैली के कारण वह मुख्यमंत्री मोहन यादव के पसंदीदा अधिकारियों में शामिल है और यही कारण है कि सीएम मोहन यादव ने अपने नौ रत्नों में शामिल किया है। मुख्यमंत्री ने उन्हें कई महत्तवपूर्ण जिम्मेंदारियों दे रखी है.मुख्यमंत्री जनहित से जुड़े कार्य और जनहित से जुड़ी योजनाए बनाने से लेकर उनको लागू करने तक में राघवेंद्र सिंह की सलाह लेते भी है और मानते भी है। मुख्यमंत्री की घोषणाओं का क्रियान्वयन, विधायक-सांसदों के विभागीय कार्यों से संबंधित प्रकरणों में समन्वय, स्कूल शिक्षा, उच्च शिक्षा, पर्यावरण, पर्यटन, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, योजना एवं आर्थिक सांख्यिकी, तकनीकी शिक्षा, सामाजिक न्याय, अनुसूचित जाति कल्याण, जनजातीय कार्य, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण, आयुष, श्रम, आनंद, लोक परिसंपत्ति प्रबंधन, धार्मिक न्यास एवं संस्कृति, महिला एवं बाल विकास विभाग। ग्वालियर, चंबल एवं सागर संभाग की जिम्मेदारी राघवेंद्र सिंह के पास हैं
भरत यादव
2008 बैच के आईएएस अधिकारी भरत यादव वर्तमान मे सीएम सचिवालय में सचिव है और मूल रुप से मध्य प्रदेश के दतिया जिले के रहने वाले हैं वह कई जिलो में कलेक्टर रह चुके है । भरत यादव की कार्यशैली के सीएम मोहन यादव कायल है यही वजह है कि उन्होंने भरत यादव को अपने नौ रत्नों मे शामिल किया हैं सीएम मोहन यादव ने भरत यादव को 13 विभागों की मनीटरिंग का जिम्मा दे रखा है इसके अलावा उज्जैन में होने वाले सिंहस्थ 2028 से संबंधित कार्य भी भरत यादव को सौंपे गए हैं सीएम भरत यादव कब और क्या चाहते है यह भरत यादव इशारों में ही समझ जाते है। यही वजह है कि वह सीएम के नौ रत्नों में शामिल है। मुख्यमंत्री की घोषणाओं की निगरानी, मुख्यमंत्री के भ्रमण की तैयारी, सांसद-विधायकों से संबंधित विकास कार्यों संबंधी पत्रों की निगरानी, उज्जैन में आयोजित होने वाले सिंहस्थ 2028 से संबंधित कार्य, जनसंपर्क, लोक निर्माण, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, राजस्व, वाणिज्यिक कर, खनिज साधन, विमानन, खाद्य नागरिक आपूर्ति, कृषि, उद्यानिकी, सहकारिता, पशुपालन एवं डेयरी, मछुआ कल्याण। जबलपुर एवं रीवा संभाग की जिम्मेदारी संभाहल रहे है।
सुदाम खाड़े
2006 बैच के आईएएस अधिकारी सुदाम खाड़े भी मुख्यमंत्री मोहन यादव के नौ रत्नों मे शामिल होने के साथ ही संदीप यादव के भी खास है। सुदाम खाड़े को सीएम मोेहन यादव के करीब लाने और उनके विश्वासपात्र अधिकारियों की सूची में शामिल कराने में सदीप यादव की अहम भूमिका रही हैे। यही वजह है कि सुदाम खाड़े को दोबारा जनसंपर्क आयुक्त की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गयी है। सुदाम खाड़े भोपाल कलेक्टर रहने के साथ ही ग्वालियर कमिश्नर भी रह चुके है और पूर्व में भी जनसंपर्क आयुक्त भी रह चुके हैं । वह पूर्व सीएम शिवराज सिंह की गुडबुक में शामिल रह चुके है उनकी कार्यशैली और आम जन के प्रति उनका नजरिया उन्हें सीएम मोहन यादव का खास बनाता है।
जयदीप प्रसाद
1995 बैच के आईपीएस अफसर जयदीप प्रसाद भी सीएम मोहन यादव के नौ रत्नों में शुमार है भोपाल ,उज्जैन समेत आधा दर्जन जिलों में एसपी और आईजी भोपाल समेत कई अहम पदों पर रह चुके जयदीप प्रसाद वर्तमान में एडीजी इंटेलिजेंस है यानि की सरकार और सीएम मोहन यादव की आंख और कान है। जयदीप प्रसाद पर सीएम मोहन यादव पर बहुत भरोसा करते है और उनसे सलाह - मशवरा रोज करते है। मोहन यादव और जयदीप प्रसाद के आपसी संबंध बहुत पुराने है। जयदीप प्रसाद एक ऐसे अधिकारी है जो हर मुख्यमंत्री के चहेते रहे है। आम जनता से उनका सीधा संवाद और अधिकारियों के साथ उनका तालमेल जबर्दस्त है। प्रदेश में कहां क्या चल रहा है और क्या होने वाला है इसकी पल पल की जानकारी जयदीप प्रसाद के पास रहती है। मुख्यमंत्री रोज एक बार जरुर जयदीप प्रसाद के साथ बातचीत करते है ।
राजेश हिंगड़कर
2006 बैच के प्रमोटी आईपीएस अफसर राजेश हिंगड़कर भी सीएम के नौ रत्नों में शामिल हैं मूल रुप से भोपाल के निवासी राजेश हिंगड़कर की ज्यादातर नौकरी इंदौर और आसपास के जिलों में रहे है। कई जिलों में एसपी रह चुके राजेश हिंगड़कर वर्तमान में आईजी रेंक के अफसर है और सीएम मोहन यादव के ओएसडी के पद पर पदस्थ है। सीएम मोहन यादव से राजेश हिंगड़कर के पुराने संबंध है। सीएम उन > Prince Chachu: पर काफी भरोसा करते है । सीएम के साथ साए की तरह साथ रहते हैं। हालांकि राजेष हिंडकर दो माह बाद अक्टूबर में रिटायर होने वाले लेकिन उम्मीद है कि रिटायरमेंट के बाद भी उन्हें सीएम साथ ही रख सकते है। मुख्यमंत्री की घोषणाओं का पालन सुनिश्चित कराना, पुलिस, सेना एवं अर्धसैनिक बलों के पूर्व सैनिक के कल्याण से संबंधित मामले, सुरक्षा से संबंधित समन्वय, गृह, जेल, खेल एवं कल्याण विभाग के कामो की जिम्मेदारी भी राजेष हिंगड़कर के पास ही है।
अविनाश लवानिया
2009 बैच के आईएएस अधिकारी अविनाष लवानिया भी सीएम मोहन यादव के नौ रत्नो में षामिल है भोपाल कलेक्टर रह चुके अविनाष लवानिया की कार्यषौली मोहन यादव को पसंद है । अविनाश लवानिया, अपर सचिव- अपर मुख्य सचिव- डा. राजेश राजौरा को आवंटित सभी कार्यो मे उन्हें सहयोग कर रह हे और इस कारण से वह राजेष राजौरा के भी भरोसेमंद अफसर बनते जा रहे है।