सीनियर अफसर के स्थानतरण के लिए प्रार्थना*

नारायण नारायण, प्रभु क्या आपको पता है कि मध्य प्रदेश के एक तुनक मिजाज सीनियर अफसर से उनका स्टाफ बहुत दुखी चल रहा है और उनके जल्द से जल्द स्थानतरण की प्राथनाए कर रहा है। दरअसल प्रभु एडीजी स्तर के इन अफसर के पास प्रदेश की यातायात व्यवस्ता से जुडी एक शाखा का अतरिक्त प्रभार भी है। सुना है प्रभु,यह अफसर कार्य समय यानि दिन में तो आफिस जाते नहीं है और आफिस का कार्य समय समाप्त होने के बाद जब आफिस पहुंचते है तो फिर आधी रात तक आफिस में डेरा जमाए रहते है। यह अफसर खुद तो आधी रात तक आफिस में जमे रहते है किंतु साथ में स्टाफ को भी रोके रखते है। जिसके कारण उनका स्टाफ अत्यंत दुखी है। यही कारण है कि उनका स्टाफ अब उनकी यहां से जल्द से जल्द रवानगी की दुआ कर रहा है।
 एडीजी की वजह से डीजीपी परेशान  

प्रभु मध्य प्रदेश में तुनक मिजाज अफसरों की कोई कमी नहीं है। ऐसे ही एक तुनक मिजाज अफसर के कारण मध्य प्रदेश पुलिस के मुखिया को कई बार परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। दरअसल प्रभु पुलिस मुख्यालय की एक अहम शाखा में पदस्थ एक डीएसपी और एक सीनियर अफसर के बीच कोल्डवार के कारण डीजीपी को अदालत का सामना करना पड़ रहा है। सुना है प्रभु सीनियर अफसर और डीएसपी पहले एक ही शाखा में कार्यरत थे और दोनों के बीच आपसी सामाजंस भी बहुत अच्छा था लेकिन दोनो के बीच कोल्डवार तब शुरु हुआ जब कुछ महिला कर्मचारियों की विभागीय जांच का जिम्मा इन डीएसपी को सौंप दिया । डीएसपी ने आरोपित महिला कर्मचारियों को जांच में दोषी सिद्ध कर जांच रिपोर्ट एडीजी को सौंप दी। यही बात एडीजी को नागवार गुजर गयी और उन्होंने डीएसपी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया और तरह तरह से उन्हें परेशान करना शुरु कर दिया। एडीजी की प्रताड़नाओ से त्रस्त होकर डीएसपी ने हाईकोर्ट की शरण ली। अब हाई कोर्ट ने इस मामले में प्रदेश के पुलिस मुखिया से जवाब तलब कर लिया और उनसे शपथ पत्र तक मांग लिया है। प्रभु सुनने में तो यह भी आ रहा है कि एडीजी के व्यवहार के कारण पुलिस मुखिया पहले ही दुखी चल रहे हैं।

 *विधायक रहेंगे या नहीं*

प्रभु एक और मजेदार समाचार सुनने को मिल रहा हे। मध्य प्रदेश में जब से सत्ता परिवर्तित हुई तब से भाजपा के विधायक अंदर ही अंदर भयभीत नजर आ रहे हे। हालांकि प्रदेश में अभी भी सत्ता भाजपा की ही है लेकिन शिवराज की जगह अब मोहन यादव सत्ता संभाल रहे हे। मोहन यादव के मुखिया मंत्री बनने के बाद से ही भाजपा विधायक बैचन है,दरअसल प्रभु भाजपा के एक विधायक ने एक पूर्व मंत्री के समक्ष अपनी बैचेनी को कुछ यूं व्यक्त किया। बकौल इन भाजपा विधायक के भाजपा के किसी भी विधायक को अब यह विश्वास नहीं है कि वह कब तक विधायक रहेंगेे। जब सुबह विधायक के रुप में घर से निकलते हैे तो घर लोटने तक यह विश्वास नही रहता की वह विधायक के रुप में ही घर वापस लोटेंगे। यह विचार उन विधायक के है जो अपने तीखे बयानों से चर्चा में रहते है और जो तीसरी बार विधायक बनने के बाद मंत्री बनने के सपने देख रहे थे.... तो प्रभु आज के लिए बस इतना ही अगले समाचार लेकर जल्द हाजिर होऊंगा तब तक के लिए नारायाण नारायण।

न्यूज़ सोर्स : Naradmuni Speak Senior *Pray for transfer of officer*