मामला करोड़ों की जमीन के घोटाले का

गृहमंत्री के नाम का दुरुपयोग कर रहा था टोपीबाज बाप

इंदौर.किसान से जालसाजी कर करोड़ों की धोखाधड़ी कर जमीन पर दो बार लोन लेकर रुपया हजम करने वाले मिडास कैफे के मालिक के बेटे अभिषेक तिवारी को शिप्रा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया.. जहां से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया

ग्राम बिचौली हप्सी के विष्णु पिता रामप्रसाद पटेल ने फरवरी 2022 में संजय पिता चंद्रकांत तिवारी और राजेश पिता जगदीश चौधरी निवासी ग्राम फरसपुर पर फर्जी दस्तावेजों से धोखाधड़ी करने का केस दर्ज कराया था। खास बात यह है कि जालसाजी के पूरे खेल में तिवारी का बेटा अभिषेक भी शामिल था। शिप्रा पुलिस ने मेहरबानी करते हुए फरियादी द्वारा संबंधित दस्तावेज देने के बाद भी उसे आरोपी नहीं बनाया था। अंततः जांच के बाद चौतरफा दबाव के चलते आखिरकार पुलिस ने संजय तिवारी के बेटे अभिषेक तिवारी को भी केस में आरोपी बनाते हुए कल गिरफ्तार कर लिया। संजय तिवारी बायपास स्थित मिडास कैफे का मालिक है। तिवारी खुद को गृहमंत्री का खास आदमी बताता है।
टीआई जीएस महोबिया के अनुसार अभिषेक को गिरफ्तार कर उसके हस्ताक्षर के नमूने ले लिए हैं। आज उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा। उसके रिमांड की जरूरत नहीं है। वहीं, उसके पिता संजय तिवारी की केस में अब तक गिरफ्तारी नहीं किए जाने को लेकर बताया कि संजय तिवारी सुप्रीम कोर्ट चला गया था, उसकी गिरफ्तारी पर सुप्रीम कोर्ट का स्टे है।

यह था मामला

उल्लेखनीय है कि विष्णु पटेल ने शिप्रा पुलिस को शिकायती आवेदन देते हुए बताया था कि उन्होंने ग्राम फरसपुर (तहसील सांवेर) की पटवारी हल्का नंबर 65 की कुल रकबा 18.023 हेक्टेयर यानी कुल 72 बीघा जमीन का सौदा 30.05 लाख प्रति बीघा के मान से 21,63,36000 में किया था। रुपए किस्तों में देना तय हुआ था। 27 फरवरी 2021 को इसका विक्रय अनुबंध लेख कराया गया। विष्णु पटेल ने

विक्रय अनुबंध की सभी शर्तों का पालन करते हुए संजय और राजेश को 17 करोड़ रुपए चेक व नकद विभिन्न तारीखों पर दे दिए। दिसंबर 2021 में पटेल ने तिवारी और चौधरी से बचे रुपए लेकर रजिस्ट्री कराने को कहा तो वो आनाकानी करते हुए आजकल कहकर टालते रहे। मामले मैं शिप्रा पुलिस ने शिकायत के कुछ समय बाद ही साक्ष्यों के आधार पर केस दर्ज कर लिया था