भेल क्षेत्र में हुए हनी ट्रैप मामले में मास्टरमाइंड गिरफ्तार

अप्रैल में हुई थी घटना। फरियादी ने ब्लैकमेलिंग, अड़ीबाजी से परेशान होकर पुलिस में की थी शिकायत। इस मामले में तीन महिलाओं समेत छह आरोपित पहले ही हो चुके गिरफ्तार।
भेल के एक अधिकारी को अप्रैल माह में हनी ट्रैप फंसाकर रुपये ऐंठने के मामले में फरार चल रहे मास्टर माइंड दीपांकर मंडल और राहुल गिरि को गोविंदपुरा थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। दीपांकर के पास से वारदात में इस्तेमाल किए गए दो लग्जरी वाहन भी बरामद किए गए हैं। इस मामले में तीन महिलाओं सहित छह लोगों को पुलिस पूर्व में गिरफ्तार कर चुकी है। वे सभी जेल में हैं। अड़ीबाजी बढ़ने पर भेल अधिकारी ने पुलिस में शिकायत दर्ज करा दी थी।
गोविंदपुरा थाना पुलिस के मुताबिक भेल के अधिकारी एस. सेन्थिल, बरखेड़ा में रहते हैं। गिरोह के सरगना दीपांकर मंडल उर्फ बाबू मंडल ने 25 अप्रैल को रूही उर्फ वंदना उर्फ सोनम को साजिश के तहत सेन्थिल के घर भेजा था। सोनम के साथ एक नाबालिग भी थी। कुछ देर बाद ही दो कारों से दीपांकर मंडल, मनोज मेवारी, कपिल, पुष्पेंद्र, निपा धोटे और राहुल गिरी सेन्थिल के घर जा धमके थे। उन्होंने नाबालिग के साथ दुष्कर्म के केस में फंसाकर जेल भिजवाने की धमकी देते हुए सेन्थिल के साथ मारपीट की। साथ ही धमकाते हुए अलमारी मे रखे 23 हजार 500 रुपये एवं एटीएम कार्ड, क्रडिट कार्ड , मोबाइल, पर्स, मोटर सायकल की चाबी छीन ली थी।
अड़ीबाजी कर ऐंठी रकम
उन्होंने एमपी नगर एटीएम बूथ से एमपी नगर एटीएम बूथ से सेन्थिल के एटीएम कार्ड से 16 हजार रुपये निकाल लिये। साथ ही मोहित रेजेन्सी होटल से फरियादी का कार्ड स्वाइप कर एक लाख 15 हजार रुपये निकाल लिये थे। उसके बाद भी गिरोह सेन्थिल को ब्लैकमेल कर और रुपयों की मांग कर रहा था। सेन्थिल की शिकायत पर पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया था। दीपांकर मंडल और राहुल गिरी को छोड़कर सभी आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। दीपांकर और राहुल फरार चल रहे थे।