फिर अटकी आईपीएस की बहु प्रतिक्षित  तबादला सूची  आईपीएस अफसरों के तबादलों को लेकर लगाए जा रहे कयास पर  लगा ब्रेक।

भोपाल    सूत्रों के मुताबिक चंबल आईजी, होशंगाबाद आईजी, भोपाल इंदौर कमिश्नर, जबलपुर आईजी और 4 जिलों के पुलिस अधीक्षकों के नाम तय न होने के चलते सूची पर लगाया गया ब्रेक। फिलहाल तबादलों को लेकर ऐसी कोई सुगबुगाहट नहीं। आईपीएस अफसरों सहित एसपीएस।अफसरों के होने जा रहे थोक बंद तबादले। मध्य प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर फील्ड में जमे अधिकारियों के होने है तबादले। अफसरों के तबादलों में 3 साल का क्राइटेरिया शामिल। एडीजी, आईजी, डीआईजी के साथ ही 24 से अधिक जिलों के पुलिस अधीक्षकों के साथ ही अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक और उप पुलिस अधीक्षकों के तबादले भी है प्रस्तावित। पुलिस मुख्यालय में पदस्थ एडीजी आईजी और डीआईजी को भी मिल सकती है जिलों की कमान। लंबे समय से मैदान में डटे अफसरों को भी भेजा जा सकता है मुख्यालय। इन सभी के तबादलों के इंतजार पर फिलहाल रोक। बेहतर कार्यशैली वाले अफसरों को मिलेगी बड़े जिलों की कमान। चुनाव के समय जिन अफसरों को एक स्थान पर 3 साल का कार्यकाल पूरा हो चुका है उनका भी तबादला कर दूसरे जिलों में दी जाएगी कमान। चुनावी फेरबदल में राजधानी भोपाल और इंदौर में मौजूद वरिष्ठ अधिकारियों सहित राज्य पुलिस सेवा के पुलिस अधिकारियों का हटना भी तय। इंदौर भोपाल कमिश्नरी से हटाए जा रहे कई लोगों को दूसरे जिलों में और कईयों को किया जा सकता है लूप लाइन। डीएसपी सीएसपी के साथ ही 3 साल के क्राइटेरिया वाले निरीक्षक उपनिरीक्षक के भी चुनावी साल में किए जाएंगे फेरबदल।