रीवा   रीवा के कुलदीप सेन एशिया कप के लिए भारतीय टीम में चयनित, सैलून की दुकान चलाने वाले का बेटा बना स्टार,माता पिता का आशीर्वाद लेकर हुए रवाना,आज जुड़ेंगे भारतीय टीम से,रीवा संभाग के इतिहास में जुड़ा एक और पन्ना,इससे पहले आईपीएल खेल चुके हैं कुलदीप, सिरमौर चौराहे पर पिता की है सैलून की दुकान,खुद की मेहनत से कुलदीप ने हासिल किया यह मुकाम

ऐसे मिली खुशी

छोटे भाई जगदीप सेन ने बताया कि 22 अगस्त की दोपहर कई बार BCCI की ओर से कॉल आया। पासपोर्ट आदि मांगा गया। शाम तक UAE का वीजा मिलने के बाद मुख्य सिलेक्टर चेतन शर्मा का कॉल आया। उन्होंने 18 सदस्यीय टीम में शामिल होने की पुष्टि की। इसके बाद 23 अगस्त की सुबह 9 बजे कुलदीप सेन प्रयागराज के लिए रवाना हो गए। दोपहर 2.30 बजे प्रयागराज से मुंबई की फ्लाइट मिली। शाम 5 बजे मुंबई पहुंचे। रात तक BCCI कैंप ऑफिस पहुंचकर टीम से जुड़ गए।

हरिहरपुर गांव में हुआ जन्म

कुलदीप सेन का जन्म 28 अक्टूबर 1996 को रीवा के ग्राम हरिहरपुर में हुआ था। पिता रामपाल सेन की सिरमौर चौराहे पर सैलून शॉप है। तीन भाइयों में सबसे बड़े कुलदीप क्रिकेटर हैं। दूसरे नंबर के भाई राजदीप सेन का हाल में मध्यप्रदेश पुलिस में चयन हुआ है। तीसरे नंबर के जगदीप सेन कोचिंग चलाते हैं। प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी भी कर रहे हैं। IPL के कई मैचों में कुलदीप ने 149 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से बॉलिंग कर चुके हैं।

13 साल की उम्र से खेल रहे क्रिकेट

कुलदीप कमजोर आर्थिक परिस्थितियों के बावजूद 13 साल की उम्र से क्रिकेट खेल रहे हैं। कोच एरिल एंथोनी ने क्रिकेट की बारीकियां सिखाईं। घरेलू क्रिकेट और रणजी में शानदार प्रदर्शन के कारण राजस्थान रॉयल्स टीम ने आईपीएल में 20 लाख रुपए पर खरीदा था। IPL के कई मैचों में अच्छी गेंदबाजी के दम पर चयनकर्ताओं को प्रभावित किया। ऐसे में भारतीय टीम में स्टैंड बाय के रूप में शामिल हुए हैं।