सगे रिश्तेदार का भीतरघात,केंद्रीय मंत्री पर हार का संकट
नारायण...नारायण...प्रभु, है जगन्नाथम यह क्या हो रहा है मध्य प्रदेश की धरती पर...एक दिग्गज केंद्रीय मंत्री अपने ही सगे रिश्तेदार के कारण बहुत परेशान हैं,हालांकि यह अलग बात है प्रभु की इन केंद्रीय मंत्री की अपने इन सगे रिश्तेदार से कभी रिश्ते मधुर नहीं रहे है किन्तु प्रभु फिर भी जब कभी इनके खानदान पर किसी भी विरोधी ने शब्दों के तीखे बाण चलाएं तो दोनों ने मतभेद भुलाकर विराधियों को मिलकर मुंहतोड जवाब दिया परंतु प्रभु इस बार सगे रिश्तेदार ने केंद्रीय मंत्री को चुनाव में हराने के लिए सारी सीमाएं लांघ ली है। प्रभु राजनैतिक गलियारें में यह खबर तेजी से हवाओं में हिलोरे मार रही है कि केंद्रीय मंत्री को लोकसभा चुनाव में हरवाने के लिए उनके सगे रिश्तेदार ने जमकर भीतरघात किया है,जिसकी वजह से केंद्रीय मंत्री की जीत पर संकट के बादल मंडरा रहे है। प्रभु आपकी जानकारी के लिए बता दे कि यह केंद्रीय मंत्री पिछले चुनाव में भी अपने ही एक कट्टर वफादार की बेवफाई के कारण चुनाव में पराजय झेल चुके है।
रिटायरमेंट से पहले सेटलमेंट की तैयारी
प्रभु मध्य प्रदेश की धरती से एक और उड़ी उड़ी खबर सुनने में आ रही है,सुनने में आ रहा है प्रभु कि एक प्रमोटी आईएएस अफसर इसी माह रिटायर होने जा रहे है लेकिन रिटायरमेंट से पहले वह सेटलमेंट करने में लगे हुए है,जिसके कारण उनका अधिकतर समय आफिस की बजाए नेताओ और संघ के दफतर के चक्कर काटने में गुजर रहा है। दरअसल प्रभु यह प्रमोटी अफसर वर्तमान में सहकारी संस्था से जुडें एक कारपोरेशन के प्रबंध संचालक के पद पर पदस्थ है। हालांकि यहां पदस्थ हुए उन्हें डेढ माह से ज्यादा का समय नहीं हुआ है चूंकि इसी माह उनका रिटायरमेंट है तो उनकी इच्छा है कुछ साल और वह सरकार व जनता की सेवा करें और इसी इच्छा के चलते उन्होंने कारपोरेशन के एमडी का कार्यभार ग्रहण करने के बाद से ही अपने पुर्नवास के लिए भागदोड़ कर रखी है जिसके कारण कारपोरेशन के कामकाज पर भी ध्यान नहीं दे पा रहे है। प्रभु आपको बता दे रिटायरमेंट के बाद जिस कुर्सी को पाने के लिए यह प्रमोटी आईएएस अफसर प्रयास कर रहे है उस कुर्सी को पाने के बहुत सारे दावेदार पहले से ही मौजूद है।
सीनियर आईपीएस से महिलओं को गुरेज़
प्रभु मध्य प्रदेश के एक सीनियर आईपीएस अफसर से उनके ही विभाग की महिला पुलिस अफसर और कर्मचारी मिलने तक से बचने की बहुत कोशिश करती है। प्रभु सुना है कि पुलिस मुख्यालय की एक अहम शाखा के मुखिया इन सीनियर आईपीएस की महिला अफसरों और कर्मचारियों के बीच छबि अच्छी नहीं है और यह छबि उन्होंने खुद ही अपने हाथ से बनाई है। बहुत ही शालीन और सौम्य से नजर आने वाले इन सीनियर आईपीएस अफसर के बारे में सुनने आ रहा प्रभु कि जब भी कोई महिला पुलिस अफसर और कर्मचारी इन आईपीएस अफसर के पास किसी भी सरकारी या स्वंय के काम से जाती है तो यह आईपीएस अफसर उनके साथ नजदीकिया बढ़ाने की कोशिश करते हैं साथी बाहर टूर पर साथ चलने का ऑफर भी देते हैं । जिसकी वजह से महिला अफसर और महिला कर्मचारी इन आईपीएस अफसर के पास किसी भी काम से जाने से कतराने लगी है। प्रभु अब इन अफसर की लीला वहीं जाने हम तो अब आप से जाने की अनुमति चाहते है चलिए चलते है नारायण.. नारायण...!