नारद मुनि लाईव डेली स्पीक

 सरकार ने काटे एसीएस के पर

नारायण नारायण , है प्रभु देवर्षि नारद का प्रणाम स्वीकार करें, प्रभु समाचार यह है कि मध्य प्रदेश के मुखिया यानि की सरकार अपने एक चहेते और पसंदीदा आईएएस अफसर से नाराज हो गए है और अपनी नाराजगी का इज्हार करते हुए इस अफसर के पर भी कतर दिए है। प्रभु  सुनने में आ रहा है कि अपर मुखिया सचिव स्तर के यह अफसर अभी तक मुखिया सचिव बनने का सपना देख रहे थे और इस सपने को पूरा करने के लिए वह सबका साथ सबका विकास के फार्मुले पर काम करने लगे थे किन्तु इस फार्मुले पर काम करते करते उन्होंने सरकार के अप्रत्यक्ष रुप से घोर विरोधी और प्रदेश के कददावर मंत्री का भी जमकर विकास कर दिया। चूंकि यह अपर मुख्यि सचिव कददावर मंत्री के एक विभाग के भी मुखिया थे तो उन्होंने मंत्री की हर अनुशंसा मानते हुए पहले तो विभाग के कर्मचारियों के संख्या से अधिक स्थानतरण कर दिए और फिर स्थानतरणो पर प्रतिबंध लगने के बाद कुछ  स्थनतरण पुरानी तारीख में कर दिए। सरकार को जब अपने पसंदीदा अफसर की इस भलमानसता का पता चला तो  वह उनसे नाराज हो गए और उस विभाग को ही उनसे अलग कर दिया जिस विभाग के मंत्री उनके विरोधी है। अब यह अफसर सरकार की नाराजगी  दूर करने के उपाय खोज रहे है।

 मंत्री से दुखी आईपीएस,इच्छा डीजीपी बनना 

प्रभु मध्य प्रदेश के एक वरिष्ठ आईपीए अफसर इन दिनों अपने विभाग के मंत्री से बहुत दुखी चल रहे है और संभवता वह इसी माह प्रतिनियुक्ति पर दिल्ली कूच कर जाएं। हालांकि इन अफसर के प्रतिनियुक्ति पर जाने की चर्चा पहले से ही चल रही है किन्तु किन्ही कारणों से यह अफसर  यहां रुके हुए थे.लेकिन अब वह प्रदेश से रवानगी का पूरा मन बना चुके है। उनके प्रतिनियुक्ति पर जाने के दो कारण है पहला  वह मंत्री से बहुत अधिक दुखी है और दूसरे उनकी नजर डीजीपी की कुर्सी पर भी है। सुनने में आ रहा है कि यह आईपीएस अफसर मध्य प्रदेश के अगला डीजीपी बनने की इच्छा रखते है और उनका यह भी मानना है कि प्रदेश का डीजीपी बनने के लिए प्रतिनियुक्ति पर दिल्ली जाना अवाश्यक है, प्रभु इन अफसर की बात में दम इसलिए भी है कि वर्तमान और पूर्व डीजीपी  कैंद्रिय प्रतिनियुक्ति से डीजीपी बन के प्रदेश आए है।