विधानसभा ने जनहितैषी निर्णयों और क्रांतिकारी विधेयकों से कल्याणकारी राज्य की अवधारणा को किया है साकार: उप मुख्यमंत्री श्री देवड़ा

भोपाल, उप मुख्यमंत्री श्री जगदीश देवड़ा ने आज विधानसभा में 68वीं वर्षगांठ के ऐतिहासिक अवसर को मध्यप्रदेश विधानसभा की गौरवशाली परंपराओं और लोकतांत्रिक मूल्यों का प्रतीक बताते हुए सभी सदस्यों को बधाई दी। उप मुख्यमंत्री श्री देवड़ा ने कहा कि यह तिथि हमें 68 वर्ष पूर्व उस ऐतिहासिक दिन का स्मरण कराती है, जब मध्यप्रदेश की नवगठित विधानसभा का प्रथम सत्र प्रारंभ हुआ। उस समय चार अलग-अलग विधानसभाओं – मध्य भारत, विन्ध्य प्रदेश, भोपाल और महाकौशल का संविलियन हुआ था। प्रथम विधानसभा के महान सदस्य और पश्चातवर्ती सदस्यों ने जिस प्रकार की नीतियां और निर्णय लिए, वे आज भी प्रेरणा और गर्व का विषय हैं। उप मुख्यमंत्री श्री देवड़ा ने विधानसभा अध्यक्ष श्री नरेन्द्र सिंह तोमर का इस ऐतिहासिक पहल के लिए आभार व्यक्त किया।
उप मुख्यमंत्री श्री देवड़ा ने कहा कि इस विधानसभा ने जनहितैषी निर्णयों और क्रांतिकारी विधेयकों के माध्यम से कल्याणकारी राज्य की अवधारणा को साकार किया है। विभिन्न संसदीय प्रक्रियाओं द्वारा जनसमस्याओं को सशक्त रूप से उठाया गया और उनके समाधान के लिए ठोस कदम उठाए गए। बजट निर्माण और उसके पारित होने की प्रक्रिया में विधानसभा ने प्रदेश के आर्थिक विकास और जनकल्याण में अभूतपूर्व योगदान दिया है।
कार्यपालिका पर विधायिका के नियंत्रण का निर्वाह
उप मुख्यमंत्री श्री देवड़ा ने कहा कि विधानसभा ने कार्यपालिका पर विधायिका के नियंत्रण के सिद्धांत का सफलतापूर्वक पालन किया है। इसके अलावा, प्रक्रिया और कार्य संचालन नियमों में समयानुसार संशोधन कर इसे और अधिक जनोन्मुखी बनाने का प्रयास किया गया है। उन्होंने पूर्व सदस्यों के योगदान की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने विधानसभा की गरिमा और परंपराओं को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया।
विधानसभा भवन और उसकी यात्रा
उप मुख्यमंत्री श्री देवड़ा ने कहा कि मिंटो भवन से शुरू हुई विधानसभा की यह यात्रा अगस्त 1996 से वर्तमान भवन में प्रवर्तित है। उन्होंने कहा कि भवन को जीवंत और प्राणवान बनाने का कार्य इसके सदस्यों द्वारा किया जाता है। उन्होंने पूर्व सदस्यों की अद्वितीय भूमिका को स्मरण करते हुए उनके योगदान को अविस्मरणीय बताया।
विधानसभा की गौरवशाली परंपराओं को आगे बढ़ाने का आह्वान
श्री देवड़ा ने कहा कि वर्तमान सदस्यों का यह दायित्व है कि वे इस विधानसभा की प्रतिष्ठा और गौरवशाली परंपराओं को नई ऊंचाइयों पर ले जाएं। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि माननीय अध्यक्ष महोदय के नेतृत्व में पक्ष और विपक्ष के सभी सदस्य अपनी भूमिकाओं का समुचित निर्वाह करते हुए विधानसभा की प्रतिष्ठा में चार चाँद लगाएंगे।