रायपुर: छत्तीसगढ़ उच्च शिक्षा विभाग में ग्रेड-2 क्लर्क आकाश श्रीवास्तव पर 18 लाख रुपए की सरकारी राशि गबन करने का आरोप लगा है। रायपुर पुलिस ने उसे मध्य प्रदेश के भोपाल से गिरफ्तार किया है। विभागीय जांच में पता चला है कि आरोपी ने 2023 से 2025 तक फर्जी तरीके से सरकारी राशि अपने और रिश्तेदारों के खातों में ट्रांसफर की थी। रायपुर के क्षेत्रीय उच्च शिक्षा विभाग में कार्यरत ग्रेड-2 क्लर्क आकाश श्रीवास्तव 18 लाख रुपए गबन कर फरार हो गया था। आरोपी ने फर्जी दस्तावेज बनाकर सरकारी राशि को कई बैंक खातों में जमा कराया था। इसके बाद इन खातों से राशि निकाल ली गई थी। इसका खुलासा होने के बाद से बाबू फरार था।

फर्जी दस्तावेज बनाकर किया गया गबनभोपाल होम

आरोपी बाबू ने विभाग से राशि गबन करने के लिए फर्जी दस्तावेज तैयार किए थे। इसके बाद सरकारी राशि को कई बैंक खातों में जमा कराया गया था। इस फर्जीवाड़े में दो दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों के खातों का भी इस्तेमाल किया गया था। साथ ही मोबाइल बैंकिंग के जरिए यह राशि ऑनलाइन ट्रांसफर भी की गई थी।

जांच के बाद किया गया निलंबित

इस मामले में आरोपी बाबू के खिलाफ जांच में सबूत मिलने के बाद उसे 11 मार्च 2025 को निलंबित कर दिया गया था। आकाश श्रीवास्तव को निलंबित करने के बाद उच्च शिक्षा विभाग के अतिरिक्त संचालक ने उसके खिलाफ 18 मार्च को सरस्वती नगर थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी।

भोपाल में छिपा था आरोपी

आरोपी बाबू का घोटाला उजागर होने के बाद वह मौके से फरार हो गया था। वह मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में रह रहा था। इसकी सूचना पुलिस को मिल गई थी। इस पर रायपुर पुलिस की टीम भोपाल पहुंची। जहां से आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस उसे कोर्ट में पेश करेगी। इस मामले में आरोपी से पूछताछ भी की जा रही है।