पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में सांप्रदायिक तनाव की घटना पर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के बयान पर मंत्री विश्वास सारंग ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि दिग्विजय सिंह को हिंदू त्यौहारों से आपत्ति है तो पाकिसतान चले जाएं।पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद और गुना में सांप्रदायिक तनाव की घटना को लेकर सियासी बयानबाजी पारा चढ़ा रही है। इस मामले में कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के बयान पर भाजपा विधायक और मंत्री विश्वास सारंग ने पलटवार किया है। सारंग ने कहा कि देश में हिंदुओं के तीज-त्यौहार और शोभायात्रा पर कोई रोक नहीं लगा सकता। उन्होंने कहा कि दिग्विजय सिंह को हिंदू त्यौहारों से आपत्ति है, तो उन्हें पाकिस्तान चले जाना चाहिए। ये बहुसंख्यक समाज का देश है और यहां अगर हिंदू तीज-त्यौहार नहीं मनाए जाएंगे तो क्या मनाया जाएगा?  विश्वास सारंग ने कांग्रेस नेता पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि जो व्यक्ति रामसेतु को तोड़ने का षड्यंत्र रचता है, राम मंदिर का विरोध करता है, भगवा आतंकवाद जैसे शब्द गढ़कर सनातन का अपमान करता है और जाकिर नाइक जैसे इस्लामिक कट्टरपंथी के मंच पर जाकर उसका महिमामंडन करता है, उससे और क्या उम्मीद की जा सकती है?  बता दें  दिग्विजय सिंह ने हाल ही में पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में सांप्रदायिक तनाव की घटना पर बयान देते हुए सवाल उठाया था कि "मस्जिदों के सामने डीजे बजाते हुए जुलूस निकालने की इजाजत क्यों दी जाती है? इस बयान पर विश्वास सारंग ने पलटवार कर तीखी प्रतिक्रिया दी। 

ममता बनर्जी सरकार पर भी हमला
विश्वास सारंग ने पश्चिम बंगाल में हिंदू त्योहारों से जुड़े मामलों को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि बंगाल की सरकार को हिंदुओं के तीज-त्योहार मनाने में तकलीफ होती है। ममता दीदी ने बहुसंख्यक समाज का अपमान करना और उनके हितों की उपेक्षा करना अपनी आदत बना ली है। मंत्री ने कहा कि जिस बंगाल ने स्वतंत्रता आंदोलन में साहित्य और क्रांति के माध्यम से योगदान दिया, उस बंगाल को आज तुष्टिकरण की राजनीति ने बर्बादी की राह पर खड़ा कर दिया है। ममता सरकार की यह नीति बंगाल और देश दोनों के भविष्य के लिए घातक है।